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शुक्रवार, 23 दिसंबर 2022

जीनोम सिक्वेंसिंग क्या है? | What is genome sequencing?

दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस एक बार फिर बढ़ रही है। खासकर चीन में करोना वायरस अपना रौद्र रूप धारण कर चुका है। वहीं एशिया, यूरोप समेत कई देशों में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। 

Genome sequencing
जीनोम सिक्वेंसिंग


लगातार बढ़ते करोना संक्रमण देखते हुए भारत में भी कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी से पूरी सख्ती बरतने और सभी कोविड नियमों का पालन कराने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दी है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने उच्च स्तरीय बैठक की। इसके बाद उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और वैक्‍सीनेशन को लगातार जारी रखने की सलाह दी थी। 

क्रिसमस और न्यू ईयर के जश्न पर हो सकती है पाबंदी 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक बीते दो दिनों से लगातार हो रही बैठकों में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि कैसे आने वाले दिनों में हालात पर काबू पाया जाना है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड प्रोटोकॉल के चलते जो एहतियातन कदम पहले उठाए गए थे, उसी को एक बार फिर से लागू किए जाने की आवश्यकता है। ऐसे में क्रिसमस और न्यू ईयर पर शहर में कार्यक्रम के लिए पहले लेना होगा परमिशन,कोविड प्रोटोकॉल भी लागू हो सकता है। कई जगह तो कोविड प्रोटोकॉल लागू भी ही गया है।

जीनोम सिक्वेंसिंग क्या है?

चीन में कोरोना वायरस के सब वेरिएंट बीएफ.7 के संक्रमण के कारण हाहाकर मचा हुआ है चीन में। लगातार बढ़ते करोना संक्रमण देखते हुए भारत में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. कोविड प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है। वहीं एशिया, यूरोप समेत कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते देख एयरपोर्ट पर विदेश से आने वालों की रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है और संक्रमित पाए जा रहे लोगों के नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।

हमारी कोशिकाओं के अंदर आनुवंशिक पदार्थ होता है। जिसे DNA, RNA कहते हैं। किसी भी जीव की आनुवंशिक सामग्री को जीनोम अनुक्रम के माध्यम से व्यवस्थित किया जा सकता है। वायरस के संकेत को समझा जा सकता है। आसान शब्दों में कहें तो जीनोम सीक्वेंसिंग की सहायता से वायरस से जुड़ी सारी जानकारियां, जैसे- उसके वेरिएंट, सब वेरिएंट और उनकी प्रकृति के बारे में पता किया जा सकता है। जीनोम सिक्वेंसिंग में उसके बारे में ये जानकारियां इकट्ठा की जाती हैं कि वो कैसा दिखता है और उसकी प्रकृति क्या है।

पीएम मोदी की क्या सलाह है?

लगातार बढ़ते करोना संक्रमण देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि जीनोम सिक्वेंसिंग पर अधिक जोर दें। वहीं पीएम मोदी ने भी गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक में कहा कि अलर्ट रहें। जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाएं। उन्होंने प्रदेश की सरकारों को देश में केस बढ़ने के साथ हॉस्पिटल्स के इंफ्रास्ट्रक्चर की ऑपरेशनल तत्परता सुनिश्चित करने की सलाह भी दी है। 


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