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मंगलवार, 26 सितंबर 2023

International seo क्या है? और सर्च इंजन के लिए क्यों जरूरी है।

आज कल हर कोई चाहता है अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को इंटरनेशनल कंट्री या लैंग्वेजेस रैंक करना लेकिन इसके लिए आपको International SEO के बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है। क्योंकि आपकी कॉन्टेंट कितनी भी अच्छी क्यों न हो और आपको कितने भी बैकलिंक मिलें फिर भी आप रैंक नहीं कर पाएंगे। इसी लिए एसईओ का मतलब है, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन इसका जानकारी होना जरूरी है।

International seo
International seo 


 

तो आइए जानते हैं International SEO क्या है? और क्यों जरूरी है? इंटरनेशनल डिजिटल मार्केटिंग (I D M)-जिसे इंटरनेशनल एसईओ भी कहा जाता है। किसी Specific Country और Language में Rank करने के लिए आपकी ब्लॉग या वेबसाइट इंटरनेशनल एस ई ओ होनी चाहिए।

International SEO क्या है? | What is International SEO in Hindi


सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का शॉर्ट नाम है एस ई ओ जो कि आपकी ब्लॉग या वेबसाइट को रैंक करने में मदद करता है। 
उसी प्रकार से काम करता है International SEO जैसे कि आप किसी ख़ास Country और Language को Target करते हैं तो आपको अपने Website या blog का International SEO होना जरूरी है। 
आसान शब्दों में कहें तो यूं समझ लिए की आपको अगर फॉरेन कंट्री में अपने वेबसाइट को रैंक करवाना है तो इंटरनेशनल एस ई ओ कि मदद लेना ही होगा। 
इसके लिए आपको Geo-Targeting, hreflang Tags और बाकी Localization signals को Optimize करना होगा।


आईए जानते हैं international seo कैसे करें?


सबसे पहले आपको यह जानकारी होना चाहिए कि इंटरनेशनल रैंकिंग के लिए सर्च इंजन क्या देखते हैं। आप कौन सी कंट्री को टारगेट करते है। आप अपनी वेबसाइट को किस कंट्री के लिए Optimize की है। आपकी वेबसाईट कौन सी भाषाओं का उपयोग करते हैं। यह सब जानकारी होना चाहिए, ताकि खोज इंजन आसानी से पहचान सकें कि आप किस कंट्री को टारगेट हैं और कौन सी भाषाओं का उपयोग करते हैं। 


Herflang टैग का प्रयोग करें।


hreflang एक HTML Code है जो आपके व्यूअर को जियोलोकेशन के साथ-साथ उन भाषाओं की कॉन्टेंट को दिखाती है। herflang tag से सर्च इंजन को भी आपके वेबसाइट को पहचाने में मदद मिलेगी। इसीलिए अपने ब्लॉग के edit html मे <head> के नीचे इस कोड को एड जरूर करें। आप herflang कोड जेनरेटर टुल से herflang कोड जेनरेटर कर सकते हैं।


TLDs domain यूज़ करे।


हर कंट्री के लिए Website Domain का अलग होता है जैसे India के लिए .in पाकिस्तान के लिए .pk और United States के लिए .us का उपयोग किया जाता है। अगर आप अपनी Website को किसी ख़ास कंट्री में Rank करवाना चाहते है तो उस कंट्री का Domain ले सकते है। 

ccTLDs Domains यूज़ करने के फायदे: Country Code के अनुसार Domain को यूज़ करने से Search Engines को मदद मिलता है। और यह Website का International SEO करने का सबसे Important Factor है। इससे Website के विजिटर्स में भरोसा बनता है और उन्हें लगता है की Website उनके कंट्री के लिए है।

अपने Website को Local Servers पर Host करे।

आप किसी खास कंट्री को टारगेट करते हैं, जैसे कि U.S. (United States) तो आपको U.S. based servers पर अपनी वेसाइट  या ब्लॉग को होस्ट करनी चाहिए। या ऑस्ट्रेलिया का ट्रैफिक टारगेट कर रहे हैं तो आप अपनी वेबसाईट को ऑस्ट्रेलिया में होस्ट करें। ताकि आपका वेबसाईट वहां सर्वर के आई पी वजह से तेजी में लोड होगा। साथ ही सर्च इंजन बोट्स को भी आपका सर्वर लोकेशन खोजने में आसानी होगी। और यह उस कैंट्री में आपके वेबसाइट या ब्लॉग को रैंक करने में मदद करेंगे जिस कंट्री को आप टारगेट कर रहे है वहा ट्रैफिक लाने में।


उन Websites पर Backlinks बनाये जो Same Country को Target करती है।


स्टार्टिंग में गूगल सर्च भी वेबसाईट कॉन्टेंट की पॉपुलैरिटी पता करने के लिए बैकलिंक का इस्तेमाल करते थे और जैसे जैसे समय बीतते गए और बदलाव होते गया लिकिन बैकलिंक की जरूरत अभी भी कायम है। इसी वजह से, country-specific backlinks को टारगेट करना एक अच्छा विकल्प है।


अगर आपको नही पता है बैकलिंक क्या है? तो ये पोस्ट जरूर पढ़े।

बैकलिंक क्या है? | बैकलिंक किसे कहते है?


जैसे की आपक टारगेट ऑडियंस कनाडा से है 

तो ज्यादातर बैकलिंक कनाडा की वेबसाईट से लेने की कोशिश करें। बैकलिंक पाने के लिए ब्लॉग कमेंटिंग सबसे आसान तरीकों में से एक है। जैसे कि अभी आप technical my friend का पोस्ट पढ़ रहे हैं। और इसके नीचे कॉमेंट का ऑप्शन है, आप कॉमेंट कर सकते हैं ब्लॉग से सम्बंधित कुछ पूछ सकते हैं। और इसी प्रकार से किसी अन्य वेबसाइट पर भी पोस्ट पढ़ कर कमेंट कर अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक ला सकते हैं।



FAQ




इंटरनेशनल एस इ ओ कैसे काम करता है?

आपको अपने Website या blog का International SEO होना जरूरी है। 
आसान शब्दों में कहें तो यूं समझ लिए की आपको अगर फॉरेन कंट्री में अपने वेबसाइट को रैंक करवाना है तो इंटरनेशनल एस ई ओ कि मदद लेना ही होगा। 

Herflang टैग का प्रयोग कैसे करें?

Herflang टैग आप अपने ब्लॉग के edit html मे जा कर <head> के नीचे एड करें ताकि सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट को रैंक करने मदद मिले। 
Herflang कोड इस प्रकार से होता है।
 
<link rel=”alternate” href=”http://example.com" hreflang=”en-us” />

यह कोड United States के लिए हैं। वैसे आप किसी भी कैंट्री के लिए herflang कोड जेनरेटर टुल से जेनरेटर कर सकते हैं।










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