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बुधवार, 13 सितंबर 2023

G-20 summit: जी- 20 शिखर सम्मेलन क्या है? और इसका गठन क्यों किया गया।

G20 शिखर सम्मेलन में विभिन्न विकसित और विकासशील देशों के बीच चर्चा हुई यह चर्चा आर्थिक संकट, आतंकवाद , मानव तस्करी जैसे कई प्रमुख मुद्दों को लेकर भी हुई है।


G-20 summit
G-20 summit


इतना ही नहीं इस जी-20 सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सहयोग पर भी विचार विमर्श किया जाता है। आईए जानते हैं विस्तार से जी-20 Summit क्या है? इससे भारत को क्या फायदा है। G-20 के सदस्य देश कौन-कौन से हैं? और इसका उद्देश्य क्या है? सबसे पहले यह जानकारी होना चाहिए आपको कि जी 20 का गठन किस तरह से किया गया। जी 20 का गठन क्यों किया गया? दरअसर जी 8 देशों का विस्तार है। शुरुआत में एक जी-7 ग्रुप हुवा करता था। जिसमें कनाडा, अमेरिका, जर्मनी, इटली, फ्रांस, जापान और ब्रिटेन इसके सदस्य होते थे। इसके बाद 1998 में रूस भी शामिल कर लिया गया ।


जी 20 क्या है?

साल 1999 में जी- 8 देशों के वित्त मंत्रियों ने जी 20 का गठन एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच के तौर पर किया था जहाँ पर ग्लोबल इकनॉमिक और सीधे तौर पर समझें तो जी 20 सदस्य देशों के बीच दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और उसको बढ़ावा देने पर चर्चा की जाती है।


G-20 summit
जी 20 सम्मेलन 



जी 20 का गठन क्यों किया गया?


जी-20 यानिकि नाम से ही साफ़ है कि यह 20 देशों का एक ग्रुप है। जब एशिया में आर्थिक संकट आया था 1999 में, उस समय तमाम देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों ने मिलकर एक फोरम बनाने की चर्चा की, जहाँ पर ग्लोबल इकनॉमिक और फाइनैंशियल मुद्दों पर विचार विमर्श की जा सके।


1999 के बाद 2007 में पूरी दुनिया पर आर्थिक मंदी का साया मंडरा रहा था। तो उस समय जी20 को वित्त मंत्रियों के लेवल से ऊपर उठाकर हेड ऑफ़ स्टेट के लेवल का बना दिया गया। यानी इस बैठक में अब तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे। और इस प्रकार से जी20 की पहली बैठक साल 2008 में अमेरिका के वॉशिंगटन में की गई। और अब तक इसकी कुल 18 बैठकें हो चुकी हैं। जी 20 की 18वीं बैठक 8 से 10 सितंबर 2023 को भारत मे किया गया। इसका उद्देश्य सदस्य देशों की अर्थव्यवस्था, वित्तीय व्यवसाय, निवेश और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श करना होता है। सीधे तौर पर समझें तो जी 20 सदस्य देशों के बीच दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और उसको बढ़ावा देने पर चर्चा की जाती है।


जी-20 कितना ताक़तवर है?

इस संगठन की ताक़त का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इसके सदस्‍य देशों के पास दुनिया की 85 फ़ीसदी जीडीपी, 75 फ़ीसदी ग्लोबल ट्रेड, दुनिया की 2/3 आबादी है। और इस सम्‍मेलन में लिया गया फ़ैसला यानी कि जी 20 में लिया गया फैसला दुनिया की इकोनॉमी पर बड़ा असर डाल सकता है। जी 20 कितना ताक़तवर है इसका अंदाजा आप ग्रुप में शामिल देशों से लगा सकते हैं।

जी20 ग्रुप की ताक़त में 19 देश- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किए, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं और इस ग्रुप का 20वां सदस्य है यूरोपियन यूनियन।


कब कहां हुआ जी 20 सम्मेलन?


पहली जी 20 सम्मेलन साल 2008 में अमेरिका के वॉशिंगटन में की गई।


ब्रिटेन में जी 20 सम्मेलन साल 2009, ब्रिटेन लंदन में की गई।


अमेरिका जी 20 सम्मेलन भी साल 2009 में हुई।


कनाडा जी 20 सम्मेलन साल 2010 में हुई।


फ्रांस मे जी 20 सम्मेलन साल 2011 में 3 और 4 नवंबर में की गई।


मैक्सिको मे जी 20 सम्मेलन साल 2012 में 18 और 19 जून को हुआ।


रुस मे जी 20 सम्मेलन साल 2013 में हुई।


ऑस्ट्रेलिया मे जी 20 सम्मेलन साल 2014 में हुई।



तुर्की में जी 20 सम्मेलन साल 2015 में 15-16 नवंबर को किया गया।


चीन मे जी 20 सम्मेलन साल 2016 में 4-5 सितंबर को किया गया।


जर्मनी में जी 20 सम्मेलन साल 2017 में 7

-8 जुलाई को किया गया।


अर्जेंटीना मे जी 20 सम्मेलन 2018 में 1 दिसंबर 2018 को आयोजित किया गया।


जापान- ओसाका में जी 20 सम्मेलन साल 2019 में 28-29 जून को किया गया।


सऊदी अरब मे जी 20 सम्मेलन 2020 में कोरोना के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 21 और 22 नवंबर को किया गया।


इटली में जी 20 सम्मेलन 2021 में 30-31 अक्टूबर को आयोजित किया गया।


इंडोनेशिया मे जी 20 सम्मेलन साल 2022 में 15-16 नवंबर को आयोजित किया गया।

भारत में जी 20 सम्मेलन 2023 मे 9-10 सितंबर मे किया गया।


अगला जी 20 सम्मेलन ब्राजील में 2024 में

हो सकता है।




FAQ



जी 20 क्यों बनाया गया?

जी- 8 देशों के वित्त मंत्रियों ने जी 20 का गठन एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच के तौर पर किया था। जब 2007 में पूरी दुनिया पर आर्थिक मंदी से परेशान था। तो उस समय जी20 को वित्त मंत्रियों के लेवल से ऊपर उठाकर हेड ऑफ़ स्टेट के लेवल का बना दिया गया। यानी इस बैठक में अब तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे। और इस प्रकार से जी20 की पहली बैठक साल 2008 में अमेरिका के वॉशिंगटन में की गई। जी 20 का उद्देश फाइनैंशियल मुद्दों पर विचार विमर्श की जा सके। जी 20 की मुख उद्देश अर्थव्यवस्था, वित्तीय व्यवसाय, निवेश और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श करना होता है।

जी 20 का क्या मतलब है?

जी-20 यानी कि 20 देशों का ग्रुप यहां पर जी20 का जी20 मुख उद्देश जी 20 सदस्य देशों के बीच दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और उसको बढ़ावा देने पर चर्चा की जाती है। G-20 सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सहयोग पर भी विचार विमर्श किया जाता है।


G-20 summit क्या है?45

साल 1999 में जी- 8 देशों के वित्त मंत्रियों ने जी 20 का गठन एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच के तौर पर किया था जहाँ पर ग्लोबल इकनॉमिक और सीधे तौर पर समझें तो जी 20 सदस्य देशों के बीच दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और उसको बढ़ावा देने पर चर्चा की जाती है।


G-20 सम्मेलन में कितना देश शामिल है?

जी20 में 19 देश- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किए, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं और इस ग्रुप का 20वां सदस्य है यूरोपियन यूनियन।






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